झांसी की बेटी ने 17 हजार 300 फीट पर लहराया तिरंगा, बाइक से करती हैं पहाड़ों पर चढ़ाई
कहते हैं झांसी वैसे तो किसी पहचान की मोहताज नहीं जब-जब आजादी की बात होती है तो झांसी का नाम जुबा पर आ ही जाता है और वीरांगना की नगरी कहीं जाने वाली झांसी में कई अनेक वीर वीरांगनाएं में जन्म लिया है तो वही झांसी की सूर्य का खिड़की निवासी सोनिया कुशवाहा ने 17300 फीट की ऊंचाई पर भारतीय ध्वज को लहरा कर एक बार फिर से नहीं झांसी बल्कि देश का नाम रोशन कर दिया और इसके बाद जब झांसी वापस लौटी तो उनकी परिवार के लोगों ने स्टेशन पर स्वागत किया ढोल बाजे के साथ सोनिया के ऊपर सोनिया को लेने के लिए स्टेशन पहुंचे खुशी में पूरा परिवार घूमता भी नजर आया।
2020 में सोनिया को उत्तर मध्य रेलवे में सीनियर क्लर्क के पद पर नियुक्ति मिल गई. इस समय वह ग्वालियर में तैनात हैं. इसके बावजूद सोनिया ने हॉकी खेलने नहीं छोड़ा. हॉकी खेलने के दौरान ही उन्होंने पर्वतारोहण के बारे में पढ़ना शुरू किया. यहां से उन्हें ऊंची उड़ान भरने का शौक पैदा हुआ. उन्होंने इसके लिए ट्रेनिंग भी लेना शुरू किया।
झांसी की रहने वाली सोनिया कुशवाहा ने एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है. उन्होंने 17,300 फीट की ऊंचाई पर स्थित रेनॉक पीक पर तिरंगा फहराया है. हॉकी की राष्ट्रीय खिलाड़ी सोनिया ने शौक के तौर पर पर्वतारोहण शुरु की थी. इसके बाद उन्होंने माउंटेनियरिंग का कोर्स किया. आज वह देश की कई ऊंची पहाड़ियों पर तिरंगा लहरा चुकी हैं. उनकी इच्छा देश दुनिया की हर ऊंची चोटी पर झंडा फहरा सकें।
सोनिया झांसी के सूजे खां खिड़की इलाके की निवासी हैं. हॉकी खेलने का शौक रखने वाली सोनिया ने एलवीएम में ट्रेनिंग लेनी शुरु की. वह गोलकीपर के तौर पर टीम का हिस्सा बनी और राष्ट्रीय स्तर तक खेलने गई. उन्होंने 2010 से लेकर 2019 तक राष्ट्रीय स्तर की कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और पदक भी जीते. इसके बाद सोनिया ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
2020 में सोनिया को उत्तर मध्य रेलवे में सीनियर क्लर्क के पद पर नियुक्ति मिल गई. इस समय वह ग्वालियर में तैनात हैं। इसके बावजूद सोनिया ने हॉकी खेलने नहीं छोड़ा. हॉकी खेलने के दौरान ही उन्होंने पर्वतारोहण के बारे में पढ़ना शुरू किया. यहां से उन्हें ऊंची उड़ान भरने का शौक पैदा हुआ.।उन्होंने इसके लिए ट्रेनिंग भी लेना शुरू किया।
सोनिया ने मोटरसाइकिल से पर्वतारोहण करने का इरादा बनाया. 2021 में वह पहली बार मोटरसाइकिल से चंडीगढ़ स्थित पार्वती वैली की चढ़ाई की. इसके बाद 2023 में बूढ़ा वन पार किया. इसके बाद उन्होंने सिक्किम के कंचनजंघा पर स्थित रेनोक पीक की 16,500 की चोटी फतह की. 4 सदस्यों वाली टीम में वह अकेली थी, जिन्होंने यह कामयाबी हासिल की।
सोनिया कुशवाहा ने बताया कि वह हिमालय की चोटी पर भी भारत का तिरंगा लहराने की इच्छा रखती हैं. इसके साथ ही दुनिया की कई ऊंची चोटियों पर भी जाने की उनकी तमन्ना है. उन्होंने कहा कि वह नौकरी करने के साथ ही हॉकी खेलने और पर्वतारोहण को भी पर्याप्त समय देती हैं. वह अन्य महिलाओं के लिए आदर्श बनना चाहती हैं।