सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पर लगा जमीन देने के नाम पर गबन करने का आरोप।
पीड़ित ने थाने व एसपी से की शिकायत, लगाई इंसाफ की गुहार।
घर पैसे मांगने पंहुचा पीड़ित तो राष्ट्रीय प्रवक्ता ने धक्का मारकर भगाया।
अमीक जमाई, आप लोगो इन्हें बहुत ही अच्छे तरह से जानते होगे। अमीक जमाई नेशनल न्यूज चैनलों पर अक्सर डिबेट करते हुए दिखते है। डिबेट शो में समाजवादी पार्टी का पक्ष बड़े ही जोर शोर से रखते है। समाजवादी पार्टी ने इन्हें राष्ट्रीय प्रवक्ता की सूची में शामिल कर रखा है। अमीक जमाई पर गोंडा के रहने वाले जुबैर अहमद ने गंभीर आरोप लगाया है। जुबैर अहमद ने जमाई के खिलाफ लिखित शिकायत कर्नलगंज थाने और एसपी कार्यालय में की है। एसपी गोंडा ने कर्नलगंज सीओ को आरोपों की जांच कर आगे की कार्यवाई के निर्देश दिए है।
आरोप है कि अमीक जमाई ने जालसाजों के साथ मिलकर साजिश के तहत 26 लाख रुपए जुबैर अहमद से ठग लिए। जुबेर अहमद ने बताया कि मुकीम खान जो अपने आप को राष्ट्रीय सचिव समाजवादी पार्टी का बता रहा था उसने उससे बाराबंकी में सस्ते दामों पर जमीन दिलाने का झांसा देकर अपने एक मित्र के साथ बाराबंकी ले गया। बताए हुए जमीन के लोकेशन पर जब वह पहुंचा तो वहां पर अमीक जमाई मौजूद थे और वह अपने लोगों के साथ ट्रैक्टर से जमीन की सफाई करा रहे थे। जुबैर ने बताया कि मौके पर उन्हें जमीन पसंद आ गई और दोनों लोगों में डील पक्की हो गई। बात तय होने पर जुबैर अहमद ने अमीक जमाई को 3 लाख 30 हजार रुपए नगद मौके पर ही दे दिए। उसके बाद वापस कर्नलगंज आकर जमाई के खाते में 1 लाख 70 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिया। जमीन की कुल कीमत 40 लाख रुपए में तय हुई थी और 40 लाख रुपए देने के बाद जमीन का बैनामा होना था। इसलिए बाकी के पैसे लेने के लिए अमीक जमाई खुद जुबैर अहमद के घर पहुंचे और जुबैर अहमद से 10 लाख रुपए लेकर गए।
जुबैर अहमद का आरोप है कि अमीक जमाई और मुकीद खान दोनों ने मिलकर उनसे कुल 26 लाख रुपए की जमीन के नाम पर ठगी की है। उन्हें इसकी जानकारी तब हुई जब वह जमीन दिखाने के लिए अपने परिवार को लेकर मौके पर गए। परिवार के साथ पहुंचकर जमीन देख ही रहे थे कि वहां पर जमीन का असली मालिक आ पहुंचा और उसने बताया कि यह जमीन अमीक जमाई की नहीं है बल्कि उसकी है। इसके बाद जब जुबैर ने अमीक जमाई से संपर्क किया तो जमाई ने बताया कि वह जमीन मेरी नहीं है। गलती से आपको वहां पर लेकर चला गया था लेकिन कोई बात नहीं आपको वह जमीन मिल जाएगा। मामला संगीन देखते हुए जुबैर ने तुरंत ही जमीन लेने की डील कैंसिल की और अपने रूपये वापस मांगें। लगातार 2 सालों से अमीक जमाई और मुकीद से अपने रुपयों की डिमांड कर रहे है लेकिन दोनों रुपए देने का सिर्फ झांसा ही दे रहे है। पीड़ित ने करनैलगंज कोतवाली में शिकायत भी की थी लेकिन वहां पर भी संतोषजनक समाधान न होने पर अब एसपी विनीत जायसवाल से मदद मांगी है। पीड़ित का यह भी कहना है कि जमाई और मुकीद ने सिर्फ मेरा ही नहीं कई लोगों के करीब दो करोड़ रुपए जमीन दिलाने के नाम पर ले रखे हैं।