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प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने सरकार की मंसा पर उठाया सवाल



समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव आज एक कार्यक्रम में फिरोजाबाद में आए थे जहां उन्होंने मीडिया से बात की

 मुख्तार अंसारी की मौत की जांच की मांग की...  

केजरीवाल की गिरफ्तारी का किया विरोध.कहा विपक्षियो को मारा जा रहा है।

मुरादाबाद के सहारनपुर से सांसद एचडी हसन के लिए कहा की वही दोबारा से प्रत्याशी होते लेकिन पत्र पहुंचने में देरी हो गई ।

 प्रोफेसर रामगोपाल ने कहा के यह बात मुख्तार अंसारी जी ने कोर्ट में  पेशी के दौरान लिखित रूप से कहा था जिस तरह से उनकी तबीयत बिगड़ने पर उनका बेटा गया मिलने जेल में और अस्पताल में भी उनसे मिलने नहीं दिया। टेक्निकल लड़के को न मिलने दिया जाए तो यह संदेह उत्पन्न नहीं करता है क्या कभी ऐसा होता है क्या किसी को मिलने नहीं दिया जाए। यह अजीब स्थिति है लोगों को डर लगने लगा है की जेल में जाकर किसी भी विरोधी को मारा जा सकता है।  यह बताइए उनकी मृत्यु के बाद पूर्वी उत्तर प्रदेश में सब जगह दफा 144 लगा दी फ्लैग मार्च हो रहा है गवर्नमेंट के सामान्य मौत पर कभी जनता में आक्रोश होता है क्या .... अगर आक्रोश है और सरकार महसूस कर रही है सरकार के अंदर डर है। इसीलिए तो सारी तैयारी की जा रही है। सामान डेथ होती तो कहां कोई सड़क पर निकलता है। इनको डर है कि कहीं ऐसा ना हो की अफजाल अंसारी ने 2 दिन पहले भी कहा था कि उसका बयान भी है सामने है। मुख्तार अंसारी ने लिख कर दिया हुआ था जब लिख कर दिया था उसकी जांच होनी चाहिए। आज हमने भी कहा है कि क्या गवर्नमेंट मुख्तार अंसारी ने जो एप्लीकेशन दी थी उसे पर कोई जांच बैठाएगी मौत हो गई अब तो सारे लोग जानते हैं कि इसके पीछे क्या साजिश है किस छुपा नहीं है सरकार को चाहिए कि जब संदेह व्यक्त किया जा रहा है तो जांच होनी चाहिए गवर्नमेंट का नैतिक करता भी है कि कोई भी व्यक्ति जेल से तारीख पर कचहरी पर जाता है तो सरकार की जिम्मेदारी है उसकी रक्षा करना जेल में है तो रक्षा करना गवर्नमेंट की जिम्मेदारी है और अगर बीमार है तो सही तरीके से ट्रीटमेंट दिया जाए तो यह गवर्नमेंट की जिम्मेदारी होती है तो गवर्नमेंट की नैतिक जिम्मेदारी है इसमें कुछ भी गड़बड़ी होती है तो जिम्मेदार गवर्नमेंट ही होती है यहां तो मुन्ना बजरंगी को बागपत जेल में मार दिया गया क्योंकि एक बड़े माफिया सत्ताधारी समर्थक हैं उनका उसमें हाथ था उसमें कोई जांच नहीं हुई अतीक अहमद को सरेआम पुलिस कस्टडी में मार दिया गया दुनिया में कहीं ऐसा नहीं देखा गया लोगों के मन में बहुत ज्यादा संदेह है मेरा यह सुझाव है उत्तर प्रदेश सरकार को कैसे पर निष्पक्ष जांच होनी चाहिए कि जहर देने की जो बात हुई वह सही साबित हुई है यह मेरी मांग भी है ।

  अरविंद केजरीवाल को जिस तरह गिरफ्तार किया गया है वह वक्त ही बिल्कुल गलत है लोगों के मन में यह शंका पैदा करती है कि अरविंद केजरीवाल प्रचार ना कर सके.. गवर्नमेंट ने इसलिए उनको रोका है कोई और सबूत उनके खिलाफ नहीं है. मान लीजिए कोई हिरासत में और वह अपने बचने के लिए कहता है किसी का नाम ले लेता है एक मुल्जिम गिरफ्तार हुआ था उस बयान दिलवा दिया गया  के हम अप्रूवल है और उन्होंने बयान दे दिया तो जो मुलजिम है अपने बचने के लिए बयान देता है उसे पर विश्वास नहीं किया जा सकता कोई विश्वास नहीं करेगा उसके आधार पर गिरफ्तार किया है।  अब लोगों को यह शक होने लगा है कि जिस तरह से विपक्षी लोग धीरे-धीरे मारे जा रहे हैं अरविंद केजरीवाल की भी शुगर डाउन बहुत हो गई है अगर और गिर जाती तो कॉलेप्स कर जाते। वह जब पढ़ते थे तब से ही अरविंद को डायबिटीज है जेल में वह सुविधा नहीं

  प्रदेश रामगोपाल ने कहा कि यह उनकी व्यक्तिगत रहा है पार्टी के लोग तो प्रचार करेंगे ही हालांकि यह अलग बात है वह अच्छे आदमी थे उनकी टिकट को काटकर ठीक भी कर दिया गया था..  लेकिन वह 3:00 बजे के बाद पहुंच पाए इस वजह से वरना वह वही उम्मीदवार रहते।

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