सीएए पर भड़के जूनियर बर्क, कहा....मुस्लिमों को भी नागरिकता दो नही तो , हम जाएंगे सुप्रीम कोर्ट
जूनियर बर्क उर्फ जियाउर्रहमान बर्क ने सीएए नोटिफिकेशन पर अपना कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए इसके ख़िलाफ़ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात पुरजोर ढंग से कही है।
सपा सांसद डॉ शफीकुर्रहमान बर्क के पौत्र और मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा से सपा विधायक जूनियर बर्क उर्फ जियाउर्रहमान बर्क भी अपने दादा के नक्से कदम पर चलते हुए उसी तरह की बयान बाजी करने में लगे है।
अब उन्होंने सीएए पर बोलते हुए कहा की जिस तरह से पूर्व में उनके दादा सीएए और एनआरसी का विरोध करते आये थे , वो भी उसी तरह से इस कानून की मुखालफत में थे , और हम आज भी इसकी मुखालफत में खड़े है ये लोग सीएए लेकर आये है जो सरासर गलत है, यहां लोकतंत्र है, और हिंदुस्तान को आजाद कराने के लिए सभी धर्मों के लोगो ने कुर्बानियां दी है, हमारा इस कानून में।विरोध है , गृह मंत्री अमित शाह कहते है कि मुसलमानो को ग़ुमराह किया जा रहा है, की इससे किसी की नागरिकता नही छिनेगी, ठीक है हम मानते है, लेकिन हमारा सवाल ये है, कि जो आप नागरिकता देने का काम कर रहे हो पाकिस्तान और बंग्लादेश से मुस्लिम समाज के अलावा जो दूसरे धर्मों के लोगो को नागरिकता दे रहे हो तो पहले तो ये बताओ जो हमारे देश के 140 करोड़ लोग ये जानना चाहते है उन्हें तो आप रोजगार दे नही पा रहे हो, तो आप दूसरे लोगो को उनका हक कैसे दे पाओगे।
और जो सबसे महत्वपूर्ण चीज है वो ये है कि अपने मुस्लिम शब्द हटा कर सब धर्मों को शामिल किया है, तो हम पूछना चाहते है, आखिर मुसलमानो ने कौन सा गुनाह किया है, *जो मुसलामन दूसरे देश से आये है आप उन्हें भी नागरिकता देने का काम करे,, वैसे तो हमे केंद्र सरकार से इस पर कोई उम्मीद नही लगती, अगर इसमें एमेंडमेंट कर ले तो अच्छी बात है वरना फिर हम अपनी कौम के जिम्मेदार लोगों से बात करके सुप्रीम सुप्रीम कोर्ट जाने के लिए तैयार है।