माफिया मुख्तार अंसारी जिनकी एक दिन पूर्व अचानक से तबियत बिगड़ गई थी उसके बाद उन्हें बांदा के मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया था जिसे देखने के लिए गाजीपुर के सांसद और उनके बड़े भाई अफजाल अंसारी भी पहुंचे थे और उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाया और कहा कि जब उन्हें जहर देने का मामला था तो अल्ट्रासाउंड और एक-रे का क्या मतलब है क्या उनका लीवर की जांच हुई या कोई बताने को तैयार नहीं है साथ ही उन्होंने कहा कि जब मैं मीडिया को बयान दे रहा था तो वहां एक शादी वर्दी में मेरी बात बड़े ध्यान से सुन रहा था उन्होंने यह भी कहा कि बृजेश सिंह को बचाने के लिए मुख्तार को निपटने की साजिश थी।
गाजीपुर के सांसद और समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अफजाल अंसारी जो माफिया मुख्तार अंसारी के बड़े भाई भी हैं कल उनका अचानक से तबीयत खराब होने के बाद जानकारी होने पर बांदा मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे जहां पर उन्हें मुख्तार अंसारी से मिलने नहीं दिया गया वही आज गाजीपुर में अपने आवास पर मीडिया से मुखातिब होते हुए बताया कि मुख्तार अंसारी का 3:00 से 3:00 के बीच में सभी जांच कर ली गई और बताया गया कि सब ठीक है मुख्तार के मामले को लेकर कल उत्तर प्रदेश सरकार के कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ रही थी जिसके वजह से सरकार घबराई हुई थी और आनन फानन में उन्हें जेल भेज दिया। ऐसे में यहां की जनता और मैं पूछना चाहता हूं कि जब जहर का मामला था तो क्या उनके लीवर की जांच हुई।
बांदा मेडिकल कॉलेज जो भी कह रहा है सही कह रहा है क्योंकि वह प्रशासनिक मशीनरी के पूरी तरह से कब्जे में है वहां पर मैं डॉक्टर से बात कर सकता था ना डॉक्टर मुझसे बात कर सकता था और हम दोनों के बीच में एक सादी वर्दी वाली खड़ा होकर मेरी बात सुन रहा था। डॉक्टर ने दो शब्दों में कहा कि मैं सर्जन हूं और उनके मामले में सर्जरी का कोई मामला नहीं है। वहां पर सादी वर्दी वाले और वर्दी वाले लोगों ने पूरी तरह से आतंक मचा रखा है।
उत्तर प्रदेश सरकार के चाक चौबंद व्यवस्था की जय जयकार हो रही है कि वह मुख्तार अंसारी के बेटों को भी मुख्तार अंसारी से नहीं मिलने दिया इस दौरान अफजाल अंसारी ने प्रशासन पर क्रूरता का भी आरोप लगाया और कहा कि 12 घंटा बीतते बीतते जेल में शिफ्ट कर दिया गया और यहां तक की उसकी फोटो भी नहीं खींचते दिय पूरे देश में उनके करोड़ों लाखों लोग चाहने वाले हैं और उनकी दुआ की वजह से आज मुख्तार अंसारी बचे हुए हैं। यानी की साजिश थी कि उन्हें समाप्त कर दिया जाए क्योकि बृजेश सिंह को बचाना है तो मुख्तार अंसारी को मरवाना पड़ेगा,गवाही होने से पहले।
वहीं विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि विपक्ष चुनाव लड़ा कहां रहा है क्योंकि गाजीपुर में मेरे विपक्ष में कोई लड़ने वाला अभी तक नहीं है क्योंकि किसके ऊपर दम लगाया जाए इसको लेकर विपक्ष कंफ्यूज है ऐसे में यह कैसे कहा जा सकता है कि यह चुनावी लाभ के लिए है। हां इसका लाभ आप ले सकते हैं की चाक चौबंद व्यवस्था उसी दिन जेल में डाल दिया योगी जी का प्रशासन दुरुस्त था और उसने रगड़ दिया इस पर भाजपा को वोट मिलेगा।
