उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक बार फिर से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का बयान चर्चा का विषय बना हुआ है।
इस बार उन्होंने मीडिया से बात करते हुए चुनाव को लेकर कहा है कि चुनाव तो आते रहते हैं हर साल कहीं ना कहीं के चुनाव होंगे ही लेकिन सरकार का इस समय भर्ती अभियान चल रहा है जिसमें कोई भी आदमी जा सकता है फिर चाहे वह सम्मान से जाए लालच से जाए या फिर डंडे से लेकिन जाना तो पड़ेगा ही।
राकेश टिकैत की माने तो चुनाव तो आते रहते हैं एवं चुनाव तो रूटीन में है हर साल कहीं ना कहीं के चुनाव होंगे और प्रधानी से लगाकर जिला पंचायत, प्रमुखी, विधानसभा के होते है फिर लोकसभा के होते हैं इतना फिर घूम फिर कर वहीं आ जाते हैं तो यह तो पॉलिटिकल आदमी का त्यौहार है, हां राजा ने जिस पर निगाह डाल दीं की यहां पर आना है इसको लेकर आओ तो वहां पर तीन तरह की पॉलिसी है एवं तीन तरह से राजा के दरबार में जा सकते हैं जिसमे अगर सुबह ही कोई जाएगा तो उसकी पॉलिसी है कि सम्मान का पद ले लो कोई भी चाहे वह आप चले जाए और वह से सम्मान जाएगा उसकी बहुत इज्जत होगी एवं फूलमाला देकर उसको सम्मान दे देंगे वही कोई आदमी रहता है कि कुछ लालच भी है वह दोपहर को चला जाए उसको लाभ का पद दे देंगे साथ ही तीसरा आदमी कुछ आना-कानी करें तो फिर पुलिस फोर्स का इस्तेमाल है तो फिर वह डंडे से जाएगा लेकिन जाना पड़ेगा क्योंकि राजा की निगाह है तो जाना पड़ेगा फिर वह चाहे सम्मान से चला जाए या कुछ लालच से चला जाए और अपना पद ले लो आराम से रहो वहीं तीसरा यह है कि अगर राजा ने निगाह फेर दी तो जाना तो पड़ेगा फिर डंडे से रात को जाएगा क्यूंकि पुलिस व इड़ी सब आएंगे तो लेकर जरूर जाएंगे तो वह 24 घंटे का सरकार का भर्ती अभियान चल रहा है तो उसमें कोई भी आदमी जा सकता है, हमें नहीं पता जा रहे हैं हमने बता दिया कि सब लोग जा रहे हैं, नहीं नहीं ऐसा नहीं वह तो सबका घर है एवं सबको वहां पर जाना चाहिए क्योंकि हम भी तो वोटर हैं और बिना मांगे हम वोट कैसे दे देंगे और हमसे भी वोट मांगो क्योंकि हम नोटा दबाने वाले तो नहीं है ठोक कर वोट देंगे तो जिनको इलेक्शन लड़ना है वह वोट मांगे और उनको यहां पर भी आना चाहिए वही जो आएगा सबका स्वागत है, वोट नहीं बताएंगे कि किसको देंगे, भाई अगर यह 400 पार करने की कह रहे हैं कि हम कर रहे हैं तो इसको रिन्यूएबल कर दो क्यों खामखा इलेक्शन कर रहे हैं एवं इलेक्शन तो कोरिया में भी होता है और अगर ऐसा ही है तो इसे रिन्यूएबल कर दो इलेक्शन क्यों करा रहे हो।