पद्म विभूषण जगतगुरु रामभद्राचार्य ने ज्ञानवापी मामले को लेकर बड़ा बयान दिया है
जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कहा है ज्ञानवापी हमारी थी हमारी रहेगी वहां पहले मंदिर था और मंदिर ही रहेगा। हमारे भारत में पांच ऐसे ज्योतिर्लिंग है जो स्वयं में प्रभु हैं इन्हें कोई स्थापित नहीं किया है। वहा 100 फीट का शिवलिंग था इसको तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी। शिवलिंग वहां निकलेगा और भव्य मंदिर बनेगा और भोलेनाथ के दर्शन भी होंगे। यदि मुसलमान मक्का में प्रभु राम का मन्दिर बनाने की इजाजत दे दे तो उनको हम मस्जिद बनाने की इजाजत दे देंगे। बहुत जल्द ज्ञानवापी मामले में हमारी जीत होगी और भोले शंकर के होंगे दर्शन।