बागपत की महिला सिंघम की कार्यकुशलता के हजारों लोग हुए मुरीद, तीन सौ से अधिक परिवारों को बिछड़ने से बचाकर ,उनके चेहरे पर लौटाई मुस्कान।
पुलिस का नाम आते ही आपके दिमाग मे पुलिस की कई तस्वीरें सामने आती है।
उत्तर प्रदेश की पुलिस जहां तमाम विवादों ओर आरोपो में घिरी रहती है। वही आज हम आपको एक ऐसी महिला से मिलाते हैं जो महिला थाना बागपत की प्रभारी है और महिला सिंघम के नाम से जानी जाती है। महिला सिंघम मधु ठाकुर के कार्यों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश की पुलिस ही नहीं हजारों लोग मुरीद हैं। जी हां यह आपने सही सुना है। इस महिला सिंघम के कारनामे पूरी तरह चर्चाओं में है, और कुछ ही समय में योगी सरकार मैं कानून की वफादारी को लेकर अपना एक स्थान बना चुकी है। इस महिला सिंघम ने अपनी कार्यकुशलता से तीन सौ से अधिक परिवारों को एक साथ मिलाकर उनके चेहरे पर मुस्कान लौटा दी है। इन परिवारों का सालों से विवाद चल रहा था और एक दूसरे के खिलाफ हुए झगड़ों के कारण बच्चों का भविष्य भी अंधकार में था। लेकिन इस लेडी सिंघम ने अपनी कार्यकुशलता से तीन सौ से अधिक परिवारों को एक साथ मिलाकर जहां उनके चेहरों पर मुस्कान लौट दी है वही उनके बच्चों का भविष्य भी सुरक्षित कर दिया है। आज हजारों लोग इस लेडी सिंघम मधु ठाकुर के मुरीद हो गए हैं। महिला थाने में लोग अपनी समस्याओं का पिटारा लेकर रोते हुए आते हैं, और कुछ समय बाद ही समस्याओं से घिरे लोग मुस्कुराते हुए थाने से बाहर नजर आते हैं। महिला सिंघम मधु ठाकुर का कहना है कि आज का समय सोशल मीडिया का है,ज्यादातर घर में विवाद का मुख्य कारण भी एंड्रॉयड फोन होते हैं, पत्नी को अपने पति से और पति को अपनी पत्नी पर शक हो जाता है, जिस कारण घर में छोटे-छोटे झगड़े एक बड़ा रूप ले लेते हैं। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखकर बिछड़े परिवारों की समस्याओं को ध्यान से सुना जाता है, और दोनों पक्षों को बैठा कर काउंसलिंग कराई जाती है, और वे एक साथ हो जाते हैं। लेडीज सिंगम मधु ठाकुर ने 10 माह पूर्व ही चार्ज लिया था,ओर आज कल काफी चर्चाओं में है। हम सेल्यूट करते है ऐसी लेडीज सिंघम को जो 24 घण्टे में मात्र 3 घण्टे ही परिवार को देती है बाकी 21 घण्टे थाने में बैठकर लोगो की समस्याओं का निराकरण हँसते हँसते कर देती है।