अलीगढ़ के निवासी कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह द्वारा आईपीएल मैच में गुजरात टाइटंस के खिलाफ पारी खेलकर अपनी टीम को जीत दिलाने पर अलीगढ़ महानगर व स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा जमकर जश्न मनाया गया। क्रिकेट खिलाड़ी रिंकू के परिजनों, उनके कोच व अन्य परिजनों ने भविष्य में रिंकू सिंह द्वारा देश के लिए खेलने और देश को अच्छी दिलाने की दुआ देने के साथ उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
क्रिकेट खिलाड़ी रिंकू सिंह के परिजनों ने बताया कि कोलकाता नाइट राइडर्स की तरफ से खेलते हुए रिंकू ने जब ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए 21 गेंदों पर छह छक्के की मदद से 48 रन की आतिशी पारी खेली और अपनी टीम कोलकाता नाइट राइडर्स को जीत दिलाने पर तो उनका दिल गदगद हो गया। मैच के दौरान परिजन उनके द्वारा शानदार बल्लेबाजी करने के लिए दुआ करते रहे। कोलकाता नाइट राइडर्स की जीतने और जीत दिलाने में रिंकू की अहम भूमिका पर परिजनों व क्रिकेट प्रेमियों ने मिठाई वितरित की । परिजनों ने बताया कि उनकी आर्थिक स्थिति सही नहीं थी रिंकू के पिता गैस बेंडर थे पिता के कार्य में रिंकू भी अपना हाथ उठाते थे रिंकू द्वारा क्रिकेट खेलने में रुचि दिखाने पर कभी कबार उनको डांट भी पड़ती थी लेकिन इसी दौरान स्कूल की तरफ से रिंकू सिंह महुआ खेड़ा स्थित अलीगढ़ स्पोर्ट्स एसोसिएशन के मैदान पर मैच खेलने गए थे और उनकी बैटिंग को देखकर वहां मौजूद मसूद अहमद ने तारीफ कर उन्हें हौसला दिया था उसी दिन से अलीगढ़ स्पोर्ट्स एसोसिएशन के संचालक अर्जुन सिंह फकीरा ने उनके खेल का पूरा जिम्मा उठाया। जिसके चलते आज रिंकू इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं। जादौन राइडर क्रिकेट एसोसिएशन के संचालक अर्जुन सिंह फकीरा ने बताया कि उन्होंने रिंकू सिंह को कोचिंग तो नहीं दी लेकिन जो खिलाड़ी अच्छा क्रिकेट खेलते थे वह उनको प्रोत्साहन देते थे और खिलाते थे इसी दौरान एक बार रिंकू सिंह उनके पास आए और उनसे कहा कि भैया मुझे भी खिला लीजिएगा तो मैंने उनके हाल को देख कर कहा कि तुम्हारे पास न जूते हैं ना सही कपड़े है तो आप क्या खेलोगे तू रिंकू ने कहा कि भैया मेरे घर की आर्थिक स्थिति सही नहीं है और मेरे परिजन भी मुझे क्रिकेट खिलाना नहीं चाहते हैं तुम मुझे हौसले वाले लोगों की जरूरत थी मैंने रिंकू से कहा कि तुम खेलो और उनको जूते कपड़े सहित किट उपलब्ध कराएं रिंकू ने पहले ही मैच में 65 रन की पारी खेली तो मैंने उसी दिन से रिंकू से कह दिया कि तुम्हारा क्रिकेट खेलने खाने रहने सहने का खर्चा मैं दूंगा। जिस पर रिंकू ने बताया कि मेरे घरवाले मुझ से खेलने की मना करते हैं। मैं रिंकू के घरवालों से मिला तो उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने का हवाला दिया मैंने उन्हें पूर्ण आश्वस्त किया कि आपको रिंकू के लिए कोई खर्चा नहीं करना है ।इसकी जिम्मेदारी मैं उठा लूंगा परिजन मान गए उसी दिन से रिंकू करीब चार पांच साल से हमारे द्वारा खिलाया गया और आज आईपीएल मैच में उसने आतिशी पारी खेलकर अलीगढ़ सहित देश का नाम रोशन किया है। जब टीवी चैनल पर मैच के दौरान क्रिकेट कॉमेंटेटर रिंकू को अलीगढ़ का शेर कह कर पुकार रहे थे उसकी उपलब्धि के कसीदे पढ़ रहे थे तो मेरा मन गदगद हो गया और क्रिकेट जगत में अलीगढ़ में भी शेर पैदा होने पर हमें बहुत खुशी है हम रिंकू के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं।