शहीद सिपाही का राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
चर्चित उमेश पाल हत्याकांड में घायल सिपाही राघवेंद्र सिंह की इलाज के दौरान मौत का मामला , शहीद सिपाही का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहूचा, जिसके बाद पूरे गांव में मातम छा गया , पुलिस विभाग के एडीजी व एसपी सहित सैकड़ों पुलिस कर्मियों ने शहीद सिपाही के पार्थिव शरीर को सलामी दी , क्षेत्र के सैकड़ो गणमान्य लोग भी शहीद सिपाही की अंतिम यात्रा में उमड़ पड़े , शहीद राघवेंद्र अमर रहे के नारो से पूरा गांव गूंज उठा।
गौरतलब है कि मृतक शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह की 5 मई को शादी होने वाली थी , इतना ही नही शहीद के पिता और बाबा भी पुलिस विभाग में ही कार्यरत रहे , उन दोनों लोगो का निधन भी ड्यूटी के दौरान ही हुआ था, लालगंज के कोरिहरा गांव का रहने वाला था मृतक शहीद सिपाही। मृतक सिपाही के परिजनों ने सरकार से मुआवजा , सरकारी नौकरी और शहीद के नाम पर पथ बनाने की मांग की ।
एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया की परिजनों की मांगों को लेकर डीजीपी से उनकी वार्ता करवा दी गयी है। मृतक शहीद सिपाही का अंतिम संस्कार क्षेत्र के गोकना घाट पर किया गया जहाँ प्रदेश सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने पहूँच कर शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को ढांढस बंधाया ।