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बस्ती मैराथन में एक साथ दौड़ेंगे लगभग 5 हजार धावक



बस्ती जिले में खेल और सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से नेशनल एसोसिएशन ऑफ यूथ द्वारा पिछले 13 वर्षों से लगातार बस्ती मैराथन का आयोजन किया जाता रहा है। इस आयोजन ने अब बस्ती की पहचान को राष्ट्रीय स्तर तक पहुँचाया है। हर वर्ष हजारों प्रतिभागी इसमें शामिल होकर न केवल अपनी फिटनेस और खेल भावना का परिचय देते हैं, बल्कि समाज को एक सकारात्मक संदेश भी देते हैं।

इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए इस वर्ष पुनः 14वां बस्ती मैराथन आगामी 19 अक्टूबर, रविवार को आयोजित किया जाएगा। यह आयोजन न केवल खेल प्रेमियों के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए गर्व का विषय है।

बस्ती मैराथन से पहले, स्वास्थ्य और पर्यावरण जागरूकता को केंद्र में रखते हुए, भारत सरकार के युवा एवं खेल मंत्रालय तथा भारतीय खेल प्राधिकरण के मार्गदर्शन में “संडे ऑन साइकिल” कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। यह यात्रा 5 अक्टूबर, रविवार को सुबह 7 बजे राजकीय इंटर कॉलेज से प्रारंभ होकर अमर शहीद सत्यवान सिंह स्टेडियम पर संपन्न होगी। इस आयोजन में शहर के गणमान्य लोग, विभिन्न क्षेत्रों के नागरिक और बड़ी संख्या में विद्यार्थी भाग लेंगे। साइकिल यात्रा का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली और फिटनेस के महत्व से जोड़ना है। कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।

बस्ती मैराथन दौड़ 19 अक्टूबर को शास्त्री चौक से प्रारंभ होगी। इस वर्ष लगभग पाँच हज़ार प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना है। दौड़ में महिला और पुरुष वर्ग के लिए अलग-अलग पुरस्कारों की व्यवस्था की गई है, जिसमें वयस्क और विद्यार्थी दोनों वर्गों को शामिल किया गया है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए पंजीकरण पूर्णतः निःशुल्क है, और 14 वर्ष या उससे ऊपर का कोई भी इच्छुक व्यक्ति इसमें हिस्सा ले सकता है।

बस्ती मैराथन की विशेषता यह है कि यह केवल एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि बस्तीवासियों की एकजुटता और उत्साह का प्रतीक है। यहाँ का हर नागरिक इस आयोजन को अपना समझता है और अपने सहयोग से इसे सफल बनाता है। यही कारण है कि आज बस्ती मैराथन पूरे पूर्वांचल में नहीं, बल्कि पूरे देश में अपनी पहचान बना चुका है।

प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए भावेष पाण्डेय ने कहा —“बस्ती मैराथन बस्ती के युवाओं और नागरिकों की मेहनत और सहयोग से शुरू हुआ था। आज यह आयोजन पूरे जिले की पहचान बन गया है। यह हम सबका कार्यक्रम है और इसकी सफलता हम सभी के सामूहिक प्रयास पर निर्भर करती है। मेरा आग्रह है कि इस बार भी हम सब मिलकर इसे और भव्य तथा यादगार बनाएं।”

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