पियककड़ों ने एक साल में 189 करोड़ की शराब से किया गला तर
-बुंदेलखंड के महोबा जिले में शराब के शौकीनों ने बीते- वित्तीय वर्ष 2024-25 में करीब दो अरब रुपए की शराब पीकर अनचाहा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिया है। बीते वर्ष 2024-25 में जनपद की दो सैकड़ा से ज्यादा शराब की दुकानों ने अब तक के सभी रिकार्ड ध्वस्त कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। शराब के शौक़ीनों ने देशी शराब की सबसे ज्यादा खरीददारी कर शासन को प्राप्त होने वाले राजस्व में अहम योगदान दिया है।
दरअसल आबकारी विभाग द्वारा जारी किए गए वित्तीय वर्ष 2024-25 के आंकड़ों ने जनपदवासियों को चौंका दिया है। जनपद के पियककड़ों ने अनचाहा कीर्तिमान अपने नाम दर्ज कर लिया है।जहां बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में पियक्कड़ों ने देशी शराब की 122 करोड़ की खरीददारी की थी तो वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 में 135 करोड़ की खरीददारी कर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। इसी प्रकार अंग्रेजी शराब की खरीददारी में भी जनपद के पियककड़ पीछे नहीं हैं। वित्तीय वर्ष 2023-24 में पियक्कड़ों ने 30 करोड़ की शराब खरीद कर गला तर किया था तो वहीं वित्तीय वर्ष 2024-25 पियककड़ों ने 32 करोड़ की अंग्रेजी शराब खरीद कर जमकर नशा किया है। बियर खरीदकर पीने के मामले में भी जनपद के पियककड़ पीछे नहीं हैं यहाँ भी पियककड़ों ने नया कीर्तिमान स्थापित कर बीते वित्तीय वर्ष 2023-24 में बियर के शौकीनों ने 17 करोड रुपए की बियर खरीद कर पी थी लेकिन 2024-25 में बियर की शौकीनों ने यहां भी पिछले रिकार्ड को ध्वस्त कर 20 करोड़ की बियर पीकर अपना ही रिकार्ड ध्वस्त किया है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में जहाँ पियककड़ों ने आबकारी विभाग को 172 करोड रुपए का राजस्व दिया था तो वही 2024-25 में जनपद के पियक्कड़ों ने 189 करोड रुपए का राजस्व देकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इतना ही नहीं पियककड़ों के साथ-साथ जनपद में शराब के ठेकेदारों का रुझान भी इस कारोबार को ओर देखने को मिल रहा है।शराब ठेकेदारों ने ई-लॉटरी में करीब साढ़े सात करोड़ राजस्व जमा कराया जिससे आबकारी विभाग को राजस्व लाभ पहुंचा है। जनपद के आबकारी अधिकारी राजेंद्र प्रसाद वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष की भांति इस वर्ष भी जनपद के पियक्कड़ों ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है,जिसमें पिछले वित्तीय वर्ष की अपेक्षा इस वित्तीय वर्ष में करीब 17 करोड रुपए के राजस्व की बढ़ोतरी देखने को मिली है।