श्रावस्ती में मदरसों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई मान्यता प्राप्त समेत गैर मान्यता प्राप्त 14 मदरसे किये गये सील।
श्रावस्ती में लगातार दो दिनों से मदरसों पर प्रशासन के द्वारा गाज गिर रही है चाहे अवैध रूप से संचालित मदरसे हो या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त मदरसे सभी मदरसों में ताले लग रहे हैं। हालाकी मदरसा संचालकों ने कहा किसी की 1970 तो किसी की 1960 में मदरसे की मान्यता ली गई थी। लेकिन आज दो दिनों से प्रशासन का रुख कड़ा है। और मदरसों पर ताले लगाते नजर आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जनपद में मदरसा संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है क्योंकि लगातार दो दिनों से अब तक 14 से अधिक मदरसों में ताला लगाया गया जा चुका है। पूरे जनपद में चाहे भारत नेपाल सीमा से जुड़े हुए मदरसे हो या जनपद के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में एक अभियान चलाकर मान्यता प्राप्त और गैर मानता प्राप्त मदरसों पर कार्रवाई की जा रही है। जनपद में 192 गैर मान्यता प्राप्त मदरसे हैं और 105 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। लेकिन प्रशासन ने अपना कड़ा रुख अख्तियार करते हुए सभी मदरसों पर बिना नोटिस जारी किए ही सील कर दिये हैं।
मदरसा संचालकों का कहना है कि उन्हें किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं दिया गया है। और उनके मदरसों में ताला लगा दिया गया है। जबकि उनकी बेसिक शिक्षा विभाग से मान्यता है और सभी मदरसों का UDISE कोड भी उनको मिला हुआ है। और सभी बच्चे उनके रजिस्टर्ड हैं।जिनकी ऑनलाइन फीडिंग भी होती है।तथा सभी बच्चों को NCRT के तहत शिक्षा दी जाती है। लेकिन यहां पर सुनने वाला कोई नहीं है बच्चों की सभी तरीके की पढ़ाई होती है चाहे हिंदी हो या साइंस ।मदरसों में हर तरीके की पढ़ाई होने के बावजूद भी यहां पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। मदरसों को सील करने पहुंचे अधिकारी का कहना है कि सरकार का आदेश है और जिला अधिकारी से आप जाकर अगली कार्रवाई की मांग कर सकते हैं।