चंदौली में दो लेस्बियन युवतियों की प्रेम कहानी: उज्जैन में की शादी, परिवारों में मचा हड़कंप
चंदौली : जिले के मुगलसराय कोतवाली क्षेत्र से एक अनोखी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसमें दो युवतियों ने समाज की परंपराओं को दरकिनार करते हुए एक-दूसरे के साथ जीवन बिताने का फैसला किया। दोनों ने अपने परिवारों को बिना बताए घर छोड़ दिया और मध्य प्रदेश के उज्जैन पहुंचकर शादी कर ली। इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया और परिवारों में चिंता की लहर दौड़ गई।
छह वर्षों से था प्रेम संबंध
जानकारी के अनुसार, एक वर्ग का परिवार दूसरे वर्ग के परिवार के घर में किराए पर रह रहा था। इसी दौरान दोनों परिवारों की युवतियों के बीच दोस्ती हुई, जो धीरे-धीरे गहरे प्रेम संबंध में बदल गई। हालांकि, इनका रिश्ता इतने वर्षों तक गुप्त रहा और किसी को इस बारे में भनक तक नहीं लगी।
अचानक हुई गायब, पुलिस में दर्ज हुई गुमशुदगी
करीब छह दिन पहले अचानक दोनों युवतियां अपने-अपने घरों से गायब हो गईं। जब परिवार वालों ने उन्हें हर जगह खोजा लेकिन उनका कोई सुराग नहीं मिला, तो घबराए परिजनों ने मुगलसराय कोतवाली पुलिस में इसकी सूचना दी। पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
उज्जैन में मिली दोनों युवतियां
जांच के दौरान पुलिस को युवतियों की लोकेशन मध्य प्रदेश के उज्जैन में मिली। इसके बाद पुलिस की एक टीम उनके परिवारजनों के साथ उज्जैन रवाना हुई। वहां पहुंचकर पुलिस ने दोनों युवतियों को सकुशल बरामद किया। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे एक-दूसरे से गहरा प्रेम करती हैं और समाज की परवाह किए बिना अपनी मर्जी से शादी कर चुकी हैं।
पुलिस ने कानूनी प्रक्रिया के बाद परिवार को सौंपा
पुलिस दोनों युवतियों को वापस मुगलसराय लेकर आई और आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद उन्हें उनके परिजनों को सौंप दिया। मुगलसराय कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक विजय बहादुर सिंह ने बताया कि दोनों युवतियां बालिग हैं और अपनी मर्जी से शादी करने के लिए स्वतंत्र हैं। ऐसे में पुलिस ने कानून के तहत उचित कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके परिवारों को सौंप दिया।
गांव में चर्चा का विषय बनी यह अनोखी प्रेम कहानी
इस घटना के बाद गांव में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। कुछ लोग इसे सामाजिक बदलाव का संकेत मान रहे हैं, तो कुछ इस पर सवाल उठा रहे हैं। हालांकि, यह प्रेम कहानी समाज के उस पक्ष को भी उजागर करती है जहां प्रेम किसी सीमा या बंधन का मोहताज नहीं होता।
यह मामला एक बार फिर साबित करता है कि प्रेम की कोई जाति, धर्म या लिंग नहीं होता, और जब दो लोग एक-दूसरे के साथ रहने का फैसला कर लेते हैं, तो समाज को भी उनके फैसले का सम्मान करना चाहिए।