महापुरूषों को जयंती व शहादत के अवसर पर कांग्रेसियों ने याद किया
इन्दिरा गांधी व सरदार पटेल को कांग्रेसियों ने किया नमन, कहा कभी नही भूलेगा देशसरदार पटेल ने आरएसएस को बैन किया, उन्हे आदर्श मानने का ढोंग करती है भाजपा
पूर्व प्रधानमंत्री, भारत स्व. इन्दिरा गांधी की की शहादत एवं सरदार बल्लभभाई पटेल व आचार्य नरेन्द्रदेव को उनकी जयंती के अवसर पर कांग्रेसियों ने याद किया। पार्टी कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुये पूर्व विधायक अंबिका सिंह ने कहा आज जो भारतीय जनता पार्टी सरदार पटेल को अपना आदर्श मानने का ढोंग कर रही है उसी की सहयोगी संस्था आरएएस को उन्होने बैन कर दिया था।
यह निर्णय गांधीजी की हत्या के बाद लिया गया था। सरदार पटेल आरएसएस को कभी पसंद नही करते थे। भाजपा सरदार पटेल के विचारों पर बिलकुल नही चलती केवल उनका नाम भुनाने की कोशिश करती है। दूसरी ओर श्रीमती इन्दिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर अदम्य साहस का परिचय दिया था और समूचे राष्ट्र को एकता अखण्डता की डोर में बांधे रखा वहीं मौजूदा सरकार और उसके प्रतिनिधि बंटने, कटने और पिटने की घटिया मानसिकता को राजनीति का केन्द्रविन्दु मान बैठे हैं। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा इन्दिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान को हराकर उसकी कमर तोड़ दी और बंग्लादेश को आजाद कराया। वहीं सरदार पटले स्वतंत्रता आन्दोलन का सबसे बड़ा चेहरा थे। देश की आजादी के बाद वे गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री बने।
सहकारिता विभाग के प्रदेश महासचिव बाबूराम सिंह ने कहा पाकिस्तान को हराने के बाद पूरी दुनियां इन्दिरा ने गांधी को आयरन लेडी मान लिया और जीवन की आखिरी सांस तक उन्होने अपना किरदार बखूबी निभाया। कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता मो. रफीक खां ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सुरेन्द्र मिश्रा, गंगा प्रसाद मिश्रा, साधूसरन आर्य, शौकत अली नन्हू, लालजीत पहलवान, डा. वाहिद सिद्धीकी, अलीम अख्तर, अतीउल्लाह सिद्धीकी, यप्रकाश चौबे, अमित सिंह, डीएन शास्त्री, राजेश चौधरी, आशुतोष पाण्डेय, जगदीश शर्मा, शब्बीर अहमद, फिरोज खान, संजीव त्रिपाठी, राजेश कुमार भारती, राकेश पाण्डेय गांधियन, शेर मोहम्मद, सर्वेश शुक्ल, मो. अकरम, रामधीरज चौधरी, दूधनाथ पटेल, मो. अशरफ अली आदि मौजूद थे। सभी कांग्रेसियों ने एक दूसरे को दीपावली पर्व की शुभकामनायें दी और मिलजुलकर त्योहार मनाने की अपील किया।
यह निर्णय गांधीजी की हत्या के बाद लिया गया था। सरदार पटेल आरएसएस को कभी पसंद नही करते थे। भाजपा सरदार पटेल के विचारों पर बिलकुल नही चलती केवल उनका नाम भुनाने की कोशिश करती है। दूसरी ओर श्रीमती इन्दिरा गांधी ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर अदम्य साहस का परिचय दिया था और समूचे राष्ट्र को एकता अखण्डता की डोर में बांधे रखा वहीं मौजूदा सरकार और उसके प्रतिनिधि बंटने, कटने और पिटने की घटिया मानसिकता को राजनीति का केन्द्रविन्दु मान बैठे हैं। जिलाध्यक्ष ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा इन्दिरा गांधी ने 1971 में पाकिस्तान को हराकर उसकी कमर तोड़ दी और बंग्लादेश को आजाद कराया। वहीं सरदार पटले स्वतंत्रता आन्दोलन का सबसे बड़ा चेहरा थे। देश की आजादी के बाद वे गृहमंत्री और उप प्रधानमंत्री बने।
सहकारिता विभाग के प्रदेश महासचिव बाबूराम सिंह ने कहा पाकिस्तान को हराने के बाद पूरी दुनियां इन्दिरा ने गांधी को आयरन लेडी मान लिया और जीवन की आखिरी सांस तक उन्होने अपना किरदार बखूबी निभाया। कांग्रेस कार्यालय पर आयोजित कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता मो. रफीक खां ने किया। इस अवसर पर प्रमुख रूप से सुरेन्द्र मिश्रा, गंगा प्रसाद मिश्रा, साधूसरन आर्य, शौकत अली नन्हू, लालजीत पहलवान, डा. वाहिद सिद्धीकी, अलीम अख्तर, अतीउल्लाह सिद्धीकी, यप्रकाश चौबे, अमित सिंह, डीएन शास्त्री, राजेश चौधरी, आशुतोष पाण्डेय, जगदीश शर्मा, शब्बीर अहमद, फिरोज खान, संजीव त्रिपाठी, राजेश कुमार भारती, राकेश पाण्डेय गांधियन, शेर मोहम्मद, सर्वेश शुक्ल, मो. अकरम, रामधीरज चौधरी, दूधनाथ पटेल, मो. अशरफ अली आदि मौजूद थे। सभी कांग्रेसियों ने एक दूसरे को दीपावली पर्व की शुभकामनायें दी और मिलजुलकर त्योहार मनाने की अपील किया।