पीएम मोदी के करीबी जगतगुरु रामभद्राचार्य सुल्तानपुर में बोले, कोर्ट बुलाएगा तो कृष्ण जन्मभूमि में हम देने जाएंगे गवाही और भारत में मिलाया जाए पाक अधिकृत कश्मीर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक जगतगुरु रामभद्राचार्य ने कृष्ण जन्म भूमि विवादित मामले में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अदालत का निर्देश मिलने पर वह स्वयं गवाही देने जाएंगे। उन्होंने केंद्र सरकार से विजेथुआ महावीरन धाम को रामायण सर्कल में शामिल करने की मांग दोहराई है। पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलने का उन्होंने बयान दिया है।
अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक/जगतगुरु रामभद्राचार्य का आगमन रामायण काल से जुड़ी कलनेमि की धरती विजेथुआ महावीरन कादीपुर पर शुक्रवार को हुआ। जहां पर सैकड़ों की संख्या में महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। छात्र-छात्राओं ने कलश यात्रा को सफल बनाने का आवाहन करते हुए भगवान राम के नारे लगाए। आयोजक विवेक तिवारी किसने बताया कि 25 से 30 अक्टूबर के बीच लगातार कथा का आयोजन हनुमान जयंती के उपलक्ष में आयोजित किया जा रहा है।
हमारी सरकार से अपेक्षा है कि मंदिरों से सरकार का अधिग्रहण हटाया जाए। गंगा जमुना की धारा अविरल बहे। हिंदी भारत की राष्ट्रभाषा हो। रामचरितमानस राष्ट्रीय ग्रंथ घोषित किया जाए। पाक अधिकृत कश्मीर भारत में मिला लिया जाए। आपने सुप्रीम कोर्ट का वक्तव्य देखा होगा कि सुप्रीम कोर्ट ने स्पष्ट कहा है हिंदुत्व भारतीयता का पर्यायवाची है। जो अत्याचार मुस्लिम वर्ग कर रहा है, न जाने क्यों हम सहन नहीं कर पा रहे हैं। हाल ही में बहराइच हिंसा में दुर्गापूजा महोत्सव के दौरान कितना बड़ा अनर्थ हो गया। जैसे मेरी गवाही में राम जन्मभूमि की दिशा बदली है, इस तरह से मथुरा वृंदावन की भी दिशा बदल जाएगी। कोर्ट से आदेश आएगा तो हम मथुरा कृष्ण जन्मभूमि मामले पर गवाही देने जाएंगे। धर्मावलंबियों में तनातनी के सवाल पर बोले रामभद्राचार्य, हिंदू जैसा सहिष्णुता कोई हो नहीं सकता। हमारी सहिष्णुता की अग्नि परीक्षा हो रही है। बांग्लादेश बंगाल और अन्य देशों में क्या हो रहा है, हम सहन कर रहे हैं लेकिन अब आगे हम सहन नहीं कर पाएंगे। हिंदू राष्ट्र बनने में अभी समय है।