Type Here to Get Search Results !

मिल्कीपुर सीट पर शुरू हुई जुबानी जंग



 अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव टलने के मामले में भाजपा और सपा का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गया है, हाई कोर्ट में याचिका वापस लेने के मामले पर सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा हमने हाई कोर्ट में कोई वकील खड़ा नहीं किया, याचिकाकर्ता और भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ ने सपा सांसद अवधेश प्रसाद को झूठों का सरदार बताया है, अवधेश प्रसाद ने कहा याचिकाकर्ता बाबा गोरखनाथ ने याचिका वापस लेने के मामले में नियमों का पालन नहीं किया, 2022 के विधानसभा चुनाव में रहे प्रत्याशियों को नोटिस जारी नही हुई न ही गजट हुआ,इसे हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया, सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि आरोप पूरी तरह से झूठ है, हमने कोई वकील खड़ा नहीं किया, हमारा इस्तीफा हो गया, हम सांसद हो गए, यह तो वही बात हो गई उल्टा चोर कोतवाल को डांटे, नाच न जाने आंगन टेढ़ा, नियमों का पालन नहीं किया गया, ये खेत की मूली नहीं है, हाई कोर्ट में केवल आवेदन किया गया, नियमों का पालन नहीं किया गया, वही दूसरी तरफ भाजपा के पूर्व विधायक याचिकाकर्ता बाबा गोरखनाथ ने कहा कि 22 अप्रैल 2022 को हमने याचिका दाखिल की थी, समाजवादी पार्टी जो ढिंढोरा पीट रही है जो अवधेश जी कह रहे हैं अवधेश प्रसाद झूठों के सरदार हैं, कोर्ट के आदेश को अपने द्वारा किए गए कार्यों को छुपाने की इतनी कौन सी जल्दी है, आप एक दर्जन वकील भेजोगे फिर कहोगे हमने कोई वकील खड़ा नहीं किया, मैंने इस्तीफा दे दिया, विरोध करने के लिए अवधेश प्रसाद का वकालतनामा लगा है, सपा चाहती है मिल्कीपुर का चुनाव टल जाए, बाबा गोरखनाथ ने अवधेश प्रसाद को बेशर्म बताया, उन्होंने कहा कि कितनी बेशर्मी करोगे, एक तरफ आप वकील भेजोगे दूसरी तरफ  कहोगे हमने वकील नहीं खड़ा किया, अवधेश प्रसाद कैसे आंखों में आंख डालकर झूठ बोल रहे हैं कि मैंने इस्तीफा दे दिया, कोई वकील नहीं खड़ा किया, कितना झूठ बोलोगे, समाजवादी लोग इतना डर गए है भाजपा से, चुनाव सब लोग चाहते हैं सपा प्रत्याशी से चूक हुई थी उस चूक को लेकर मैं हाई कोर्ट गया था। दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद के निर्वाचन को भाजपा प्रत्याशी बाबा गोरखनाथ ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी कि नामांकन में जो एफिडेविट लगाई गई थी जिस वकील ने उसकी तस्दीक किया था उसका लाइसेंस 2011 में ही समाप्त हो चुका था, इसके बावजूद उस वकील ने 2022 में अवधेश प्रसाद के एफिडेविट को तस्दीक की थी।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad