अज्ञात मृतात्माओं एवं 454 काटे गये हरे वृक्षों की आत्म-शांति के लिए यमुना तट पर हुआ तपर्ण और हवन
ब्रज गोलोक सेवा समिति एवं धर्म रक्षा संघ के संयुक्त तत्वावधान में पितृ अमावस्या के उपलक्ष्य में समस्त बेसहारा,अनाथ मृतको की आत्माओं एवं वृन्दावन में काटे गये 454 हरे वृक्षों की आत्म शांति के लिए केसी घाट पर यमुना किनारे धार्मिक अनुष्ठान, हवन-यज्ञ किए गए।
यमुना तट पर धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश महाराज के सान्निध्य में वैदिक परंपरा के अनुसार मृत आत्माओं एवं हरे वृक्षों के लिए जल तर्पण किया इसके बाद केशीघाट पर मोक्षदायिनी यमुना की तलहटी में आचार्य सोहन लाल के आचार्यत्व में हवन यज्ञ किया गया जिसमें संत जनों,धर्माचार्यों, ब्रजवासियों ने आहुति दी तदोपरांत दरिद्र नारायण सेवा और संत सेवा का आयोजन किया गया और सभी को दक्षिणा देकर कार्यक्रम का समापन हुआ।
ब्रज गोलोक सेवा समिति के अध्यक्ष भगवान दास चौधरी ने कहा कि प्रतिवर्ष अज्ञात एवं लावारिस मृत आत्माओं की शांति हेतु पितृ अमावस्या के दिन हवन यज्ञ एवं दरिद्रनारायण सेवा की जाती है।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय मंत्री रविकांत गौतम ने कहा कि पिछले दिनों वृन्दावन में हरे भरे वृक्षों को काटा गया है उनकी आत्म शांति के लिए आज यहां हवन-यज्ञ और संत सेवा कर उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई है।
धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय मार्गदर्शक महंत मोहिनी बिहारी शरण ने कहा कि अज्ञात मृत आत्माओं की शांति एवं हरे भरे वृक्षों के सम्मान में आज यहां धार्मिक अनुष्ठान विधि विधान पूर्वक किए गए।