मोदी के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ेगा आजमगढ़ का मृतक, वीपी सिंह और राजीव गांधी के खिलाफ भी लड़ चुके हैं मृतक
एक बार फिर लालबिहारी मृतक दागी के द्वारा मृतक संघ के तत्वावधान में चुनाव लड़ने की तैयारी चल रही है । लोकसभा क्षेत्र 77 वाराणसी से लालबिहारी मृतक दागी सामाजिक कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष मृतक संघ और लोकसभा क्षेत्र 69 आजमगढ़ से रामबचन राजभर निवासी सुरहन तहसील मार्टिनगंज चुनाव लड़ने जा रहे हैं।
आपको बता दे कि लाल बिहारी मृतक को जिंदा रहते हुए भी कागजों में मृत घोषित कर दिया गया। तहसील व जिला प्रशासन को कौन कहे, केंद्र व प्रदेश की सरकार के अलावा जनप्रतिनिधियों तक का दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने 'मरता क्या न करता की कहावत को चरितार्थ किया और मृतक संघ की स्थापना की। संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल बिहारी '
मृतक ने बताया कि मृत घोषित लोगों के मौलिक अधिकारों की पहचान के लिए तीन बार लोकसभा चुनाव और तीन बार विधानसभा चुनाव लड़े। मृतक की मानें तो उन्हें पता था कि वे जिस व्यक्ति के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं,उनसे जीतेंगे नहीं लेकिन चुनाव प्रचार के दौरान लोग यह तो जान ही जाएंगे कि विभागीय मिलीभगत से जिंदा रहते हुए लोगों को मृतक घोषित कर दिया जा रहा है और न्याय कहीं से नहीं मिल रहा है। लालबिहारी ने फिल्म अभिनेता अमिताभ बच्चन के इस्तीफे के बाद 1988 में इलाहाबाद सीट से वीपी सिंह के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा। 1989 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से राजीव गांधी के मुकाबले नामांकन किया था। 2004 में आजमगढ़ के लोकसभा क्षेत्र लालगंज सुरक्षित से भी चुनाव लड़ा। इसके अलावा आजमगढ़ के ही मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र से 1991, 2002 और 2007 में भी वे चुनाव लड़ चुके हैं।