स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ ब्राह्मणों ने खोला मोर्चा, कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर पुतले को जूतों से कुचला, रामायण पर अभद्र टिप्पणी पर फूंका पुतला
: हिंदू संप्रदाय और रामायण जैसे धर्म ग्रंथों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में ब्राह्मण समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंका । इस दौरान बुधवार को पुतले को जूते से कुचला गया और स्वामी प्रसाद मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। सुरक्षा व्यवस्था के मध्य नजर नगर कोतवाली पुलिस तैनात रही। इस दौरान अफरा तफरी की स्थिति भी देखी गई।
जय परशुराम युवा सेना द्वारा 'स्वामी प्रसाद मौर्य' के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है और कहा गया है कि उनके द्वारा लगातार सनातन हिन्दू धर्म और धर्म
संरक्षक ब्राह्मण पर असभ्य टिप्पणियाँ करते रहते है। सनातन धर्म के पवित्र रामायण पाठ को जला देते है। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि हिन्दू (सनातन धर्म) अपमानित करने के विरोध में स्वामी प्रसाद
मौर्य का पुतला दहन किया गया है। संगठन द्वारा यह निर्णय दिया गया कि यदि स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा आगे किसी भी प्रकार की अपमानजनक टिप्पणी और ब्राह्मण तथा सत्य सनातन पर अमर्यादित बयान दिया तो जय परशुराम युवा सेना इसके खिलाफ अन्दोलित होगी। प्रदर्शन कारियों ने कहा कि हम अखिलेश यादव को यह कहना चाह रहे है कि स्वामी प्रसाद मौर्य को त्वरित इलाज की जरूरत है। उन्हें तत्काल किसी अच्छे पागल खाने में भर्ती कर इलाज करवाएं।
कार्यक्रम की अगुआई संगठन के संरक्षक - जगद्मण प्रसाद गोस्वामी (शाण्डिल्य) ने की। इस मौके पर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष-संतोष तिवारी(रिंकू)
उपाध्यक्ष -सतीश पांडे बजरंगबली कोषाध्यक्ष- कपिल देव तिवारी एवं संगठन के आशीष दुबे ,सूरज उपाध्याय ,सुमित दुबे, इंद्र पांडे,विकास तिवारी, आदर्श पाण्डेय,शिवांश तिवारी, आयुष,विनीत ,विवेक तथा संगठन के आदि सभी सदस्य सैकड़ों की संख्या में रहे मौजूद रहे।