भगवान श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह के जमीनी विवाद के कोर्ट के याचिका दायर करने वाले श्री कृष्ण जन्मभूमि मुक्ति निर्माण ट्रस्ट केंद्रीय अध्यक्ष भृगबंसी आशुतोष पांडे ने आज अपने कोर्ट में चल रहे केश को वापस लेने की घोषणा कर दी जिसमें उन्होंने केश वापस लेने की वजह के बारे के बताया कि यहां के स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा उनको धमकी दी जा रही है इसी वजह से वो अब कोर्ट में आने बाली 23 मार्च की तारीख वो अपना केश वापस लेने है ।
उन्होंने 22 दिसंबर 2022 से लगातार श्रीकृष्ण जन्मभूमि को ईदगाह नामक कलंकित ढांचे से मुक्त कराने केलिए संघर्ष कर रहे थे जिसमें ट्रस्ट के द्वारा बिजली चोरी,सरकारी विभागों में दस्तावेज मालिकाना हक एकत्र करना और न्यायालय में पैरवी स्वयं करके उसे एक मुकाम तक पहुंचाया है ।लेकिन आज जिला प्रशासन पर वादकारी भृगवंसी आशुतोष पांडे द्वारा आरोप लगाते हुए अपने वाद को वापस लेने का निर्णय लिया गया है जिसके बारे में उन्होंने जिला प्रशासन पर धमकी देने के साथ साथ एल आई यू भी उन्हें लगातार धमका रही है और उन्होंने ये भी कहा है की कई बार उन्हें कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा फोन पर केश वापस करने की धमकी दी जा रही है ।इसी कारण उन्होंने मथुरा के प्रशासन के एसपी सिटी तक पर धमकाने का आरोप लगाया है ।और जान से मारने तक की लोगों द्वारा धमकी देने के कारण अब ये केश आगे नहीं लड़ने का मन बनाया है ।जहां आशुतोष पांडे का कहना है की जिस तरह से मुझपर मुकदमे दर्ज है उन्हे लेकर भी टारगेट किया जा रहा है लेकिन क्या सिर्फ मुझपर ही मुकदमे दर्ज है सिर्फ में ही हिस्ट्रीशीटर है जबकि यूपी के सीएम,डिप्टी सीएम,ग्रह मंत्री ,ये सब भी तो हिस्ट्रीशीट वाले है क्या वो मंत्री या पद पर नही है जबकि मुखपर तो सिर्फ हिंदुत्व के लिए काम करने के वाद ये सारे मुकदमे 22 लगे है ।।इसी के साथ श्री कृष्ण जन्मभूमि और शाही ईदगाह के मुख्य वादकारी भृगबंसी आशुतोष पांडे ने ये भी कहा की में अपने केश को सिर्फ इसी लिए लेने बाला हूं की एसपी ने धमकाए जाने से डर के चलते मुझे मथुरा छोड़कर जाने को मजबूर हूं ।